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निफ्टी 50 बाजार लाइव: अमेरिकन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब भारतीय वस्तुओं पर 25 परसेंट टैरिफ लगाने के बाद बाजार में में उथल पुथल।
टैरिफ के बाद भारतीय बेंचमार्क सूचकांक, सेंसेक्स और निफ्टी, भारी गिरावट के देखने को मिली । ओर साथ ही सभी 16 प्रमुख क्षेत्रीय सूचकांक लाल निशान आए गिरावट देखने को मिली, इससे ज़्यादा असर मध्यम आकार के शेयरों में लगभग 1.25% की गिरावट देखने को मिली।
अमेरिका अपनी मन मानी करते हुए अमेरिकी के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से खरीदी वस्तुओं पर 25% टैरिफ लगाने के साथ रूसी तेल और हथियार खरीदने पर भारत के ऊपर जुर्माना" भी लगाएगा। ट्रंप,ने कहा भारत एक ऐसा "मित्र" है जिसके "टैरिफ बहुत ज़्यादा हैं,"ये नए नियम 1 अगस्त से लागू होंगे
इस से भारत और अमेरिका के व्यापारिक संबंधों पर भी असर पड़ेगा।ट्रंप ने रूसी सैन्य उपकरण और ऊर्जा ख़रीदने के लिए भारत पर भी निशाना साधा, ट्रंप का इसके पीछे कहना है की रूस निरंतर आक्रामक रूप से यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हवाई हमले कर रहा है मिसाइल से हमला कर रहा है और वहां पर आम नागरिकों की हत्या हो रही है।
भारत की प्रतिक्रिया।
अमेरिका द्वारा भारत पर लगाया 25 पर्सेंट टैरिफ के बाद में भारत ने वापस जवाब में यह प्रतिक्रिया दी कि भारत किसानों, उद्यमियों और संपूर्ण भारत के कल्याण की रक्षा और संवर्धन को सर्वोच्च महत्व देती है, भारत अपने राष्ट्रीय हित के लिए जो कदम उठाने हैं वह बिना किसी दबाव में बिना किसी डर में राष्ट्रीय हित के लिए फैसला लिए जाएंगे।
टैरिफ क्या हैं टैरिफ से क्या होता है?
टैरिफ दूसरे देशों से आयातित वस्तुओं पर लगाया गया कर होता है, जितना टैरिफ ज्यादा होगा वस्तु उतनी ही महंगी भी होगी उच्च टैरिफ़" को लेकर भारत पर निशाना ट्रंप ने कहा टैरिफ के मामलों मै में दुनिया के देशों में भारत का टैरिफ सबसे ज्यादा हैं दोनों देश इस साल अप्रैल से भारत-अमेरिका समझौते पर बातचीत कर रहे हैं।
भारत और अमेरिका के संबंधों पर क्या असर होगा?
दोस्तों आप सभी को पता होगा जब भी कोई ऐसे बड़े फैसले लिए जाते हैं तो उसका असर एक बार के लिए व्यापक होता है और भारत और अमेरिका के बीच व्यय पर एक मामले में देखा जाएगा अमेरिका की तरफ से भारत पर 25 परसेंट डायरेक्ट लगाया गया है
इस 25% तारिक का असर भारत और अमेरिका दोनों के बीच व्यापार एक मामलों में इसका असर दिखाई पड़ेगा लेकिन कुछ समय बाद भारत की अपनी कूट नीति भारत के अपने खुद के नियम और राष्ट्रीय के फैसलों से भारतीय संकट की स्थिति में खुद को संभालने की ताकत रखता हैं
जब भी भारत पर ऐसी कोई ना कोई स्थिति या कभी संकट आया है तो भारत ने उन गंभीर परस्थितियों से खुद को उभारा है।
भारत अपने राष्ट्र हित के फैसलों के लिए अब नया बीच का रास्ता निकलेगा और इन गंभीर परिस्थितियों को देखते हुए राष्ट्रीय में नए फैसले लिए जाएंगे और भारत की आर्थिक रीड की हड्डी को और मजबूत किया जाएगा, इस तरह तो भविष्य में कोई भी देश मनमानी कर सकता है इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए भारत हमेशा से तैयार रहा है।
थैंक्स इस तरह की नई ट्रेंड न्यूज का आपके लिए हमारे ब्लॉग पर अपडेट होती रहेंगी।
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